Monday, March 4, 2019

Dostana दोस्ताना دوستانہ

:: دوستانہ ::
سرحدیں بناؤ پر دوستانہ بھی رکھو٠
نت نئے بہانوں سے آنا جانا بھی رکھو٠
سرحدوں پہ اُڑتے ہیں طائران آزادی٠
اُنکی میزبانی کو آب و دانہ بھی رکھو٠
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: दोस्ताना ::
सरहदें बनाओ पर दोस्ताना भी रख्खो.
नित नए बहानों से आना जाना भी रख्खो.
सरहदों पे उड़ते हैं ताएरान ए आज़ादी.
उनकी मेज़बानी को आब ओ दाना भी रख्खो.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Dostana ::
SarhadeN banaao par dostana bhi rakhkho.
Nit naye bahaanoN se aana jaana bhi rakhkho.
SarhadoN pe udte haiN taa'iraan e aazaadi.
Unki mezbani ko aab o daana bhi rakhkho.
Kalaam : Masood Baig Tishna

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