Saturday, August 18, 2018

Nazr e Hind o Pak नज़्र ए हिन्द ओ पाक نذر ہند و پاک


:: نذر ہند و پاک ::
. کب کروٹ بدلے گی سیاست . اللہ جانے
. دونوں اور پرانی نفرت. اللہ جانے
. پائوں جلے ہیں نفرت کے انگاروں پر
. کیسی چلے گی آج قیادت. اللہ جانے
. دل کی سرحد ملک کی سرحد ایسی کیوں
. روز محبت روز عداوت. اللہ جانے
. کیسے یہ ہمسائے کیسے بھائی ہیں
. بٹوارے میں لے لی نفرت. اللہ جانے
. کوئی پیمبر لوٹانے کب آئے گا
. ہند و پاک کی کھوئی عظمت. اللہ جانے
. ہند و پاک سے برسوں کی پالی پوسی
. کب جائے گی "تشنہ"  عداوت . اللہ جانے
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: नज़्र ए हिन्द ओ पाक ::
कब करवट बदलेगी सियासत. अल्लाह जाने.
दोनों ओर पुरानी नफ़रत. अल्लाह जाने.
पाओं जले हैं नफ़रत के अंगारों पर.
कैसी चलेगी आज क़ियादत. अल्लाह जाने.
दिल की सरहद मुल्क की सरहद ऐसी क्यों .
रोज़ मोहब्बत रोज़ अदावत. अल्लाह जाने.
कैसे ये हमसाए कैसे भाई हैं.
बंटवारे में ले ली नफ़रत. अल्लाह जाने.
कोई पयंबर लौटाने कब आएगा.
हिन्द ओ पाक की खोई अज़मत. अल्लाह जाने.
हिन्द ओ पाक से बरसों की पाली पोसी.
कब जाएगी "तिश्ना" अदावत . अल्लाह जाने.
कलाम : मसूद  बेग तिश्ना
:: Nazr e Hind o Pak ::
Kab karwat badlegi siyasat. Allah jane.
DonoN or purani nafrat. Allah jane.
PaoN jale haiN nafrat ke aNgaroN par.
Kaisi chalegi aaj qiyadat. Allah jane.
Dil ki sarhad mulk ki sarhad aisi kyoN.
Roz mohabbat roz adawat. Allah jane.
Kaise ye hamsaye kaise bhai haiN.
BaNtware meiN le li nafrat. Allah jane.
Koi payamber lautane kab aayega.
Hind o Pak ki khoi azmat. Allah jane.
Hind o Pak se barsoN ki pali posi.
Kab jayegi " Tishna "adawat. Allah jane.
Kalaam : Masood Baig Tishna






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