माँ के नाम
कितनी अच्छी प्यारी माँ # तेरी मेरी सब की माँ
लल्ला लल्ली सोए साथ # जग जग काटे सारी रात
छाती से जो दूध पिलाए # भूक लगे तो भूक मिटाए
कुछ भी हो तकलीफ़ हमारी # माँ को समझ में आती सारी
ख़ास इशारे ख़ास आवाजें # फिर कुछ बड बड ,फिर कुछ बातें
तुझ से हम ने बोलना सीखा # सुख - दुःख में लब खोलना सीखा
घुटनों के बल चलना सीखा # गिरते पड़ते संभलना सीखा
जीने के आदाब सिखाए # रंग बिरंगे ख़्वाब दिखाए
अच्छा इंसा हम को बनाया # तेरा सिखाया ही
काम आया
बाद ख़ुदा तेरी चाहत है # तेरे पाओं तले जन्नत है
तुझ को माँ आदाब सलाम # तुझ से रौशन मेरा नाम
कलाम :मसूद बेग तिश्ना इंदौर ,इंडिया
No comments:
Post a Comment