Wednesday, December 12, 2018

Naii Raushani نئی روشنی नई रौशनी

:: نئی روشنی ::
ہے نظر کے سامنے اب نئی صبح کا سویرا ٠
کہیں بد نظر نہ ڈالے برے وقت کا اندھیرا ٠
چلو مل کے بانٹتے ہیں نئی روشنی کو "تشنہ" ٠
یہ اجالا ہے سبھی کا نہیں ہے یہ تیرا میرا ٠
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: Naii raushani ::
Hai nazar ke saamne ab naii sub'h ka savera.
KaheiN bad nazar na daale bure waqt ka andhera.
Chalo mil ke baaNt'te haiN naii raushani ko "Tishna".
Ye ujaala hai sabhi ka, ye naheiN hai tera mera.
Kalaam : Masood Baig Tishna
:: नई रोशनी ::
है नज़र के सामने अब नई सुब्ह का सवेरा.
कहीं बद नज़र न डाले बुरे वक़्त का अंधेरा.
चलो मिल के बांटते हैं नई रौशनी को "तिश्ना".
ये उजाला है सभी का नहीं है ये तेरा मेरा.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना

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