:: نیا سال ::
رخصت سال گزشتہ، آمد سال رواں ٠
مظہرِ تبدیلئے دوراں ہے یہ سارا جہاں ٠
تشنہ یہ تاریخ، دن، مہینے بھی آتے ہیں وہی ٠
سنہ بدل جاتا ہے پر مٹتا نہیں وقتِ رواں ٠
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: नया साल ::
रुखसत ए साल ए गुज़श्ता, आमद ए साल ए रवां.
मज़हर ए तब्दीलिए दौरां है ये सारा जहां.
तिश्ना ये तारीख़, दिन, महीने भी आते हैं वही.
सन बदल जाता है पर मिटता नहीं वक़्त ए रवां.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Naya Saal ::
Rukhsat e saal e guzashta, aamad e saal e rawaaN.
Mazhar e tabdeeliye dauraaN hai ye saara jahaaN.
Tishna ye tareekh, din mahine bhi aate haiN wohi.
San badal jaata hai par mit'ta nahiN waqt e rawaaN.
Kalaam : Masood Baig Tishna
رخصت سال گزشتہ، آمد سال رواں ٠
مظہرِ تبدیلئے دوراں ہے یہ سارا جہاں ٠
تشنہ یہ تاریخ، دن، مہینے بھی آتے ہیں وہی ٠
سنہ بدل جاتا ہے پر مٹتا نہیں وقتِ رواں ٠
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: नया साल ::
रुखसत ए साल ए गुज़श्ता, आमद ए साल ए रवां.
मज़हर ए तब्दीलिए दौरां है ये सारा जहां.
तिश्ना ये तारीख़, दिन, महीने भी आते हैं वही.
सन बदल जाता है पर मिटता नहीं वक़्त ए रवां.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Naya Saal ::
Rukhsat e saal e guzashta, aamad e saal e rawaaN.
Mazhar e tabdeeliye dauraaN hai ye saara jahaaN.
Tishna ye tareekh, din mahine bhi aate haiN wohi.
San badal jaata hai par mit'ta nahiN waqt e rawaaN.
Kalaam : Masood Baig Tishna
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