Tuesday, November 27, 2018

Naat Sharif नात शरीफ़ نعت شریف

:: نعت شریف ::
نبوّت کا واضح نشاں ہیں محمّد ٠
کہ حقّانیت کا بیاں ہیں محمّد ٠
چراغ آخری ہائے دینِ حنیفا ٠
براہیم کے دیں کی جاں ہیں محمّد ٠
منائے نہ کیوں عیدِ میلاد دنیا ٠
کلید ظہورِ جہاں ہیں محمّد " ٠ "
غلامانِ احمد کے آقا و مولا ٠
محبّانِ احمد کی جاں ہیں محمّد ٠
کہ سارے نبی چاند تارے ہیں جس کے ٠
نبوّت کا وہ آسماں ہیں محمّد ٠
سمیٹے ہوئے نور سارے جہاں کا ٠
کہی انکہی داستاں ہیں محمّد ٠
اشارے سے جن کے ہوا چاند ٹکڑے ٠
عطائے خدا کا بیاں ہیں محمّد ٠
کرم فرما اور سب جہانوں کی رحمت ٠
وسیلہ شفاعت کا ہاں ہیں محمّد ٠
میں تشنہ طلب "تشنہ" تشنہ طلب ہوں ٠
میں تشنہ طلب ہوں جہاں ہیں محمّد ٠
بر طرح "کلید ظہورِ جہاں ہیں محمد" حسرت موہانی
کلام : مسعود بیگ تشنہ برہانپوری ،اندور انڈیا


Sunday, November 25, 2018

Chunao ki Fasal चुनाव की फ़सल چناؤ کی فصل

:: چناؤ کی فصل ::
چناؤ کی ہوا چلی ہے گرم وایو جل ہے یہ٠
ربیع خریف چھوڑیے تیسری فصل ہے یہ ٠
کوئی ملا رہا ہے وش، کوئی شہد ملا رہا ٠
جمہور ہند کے لئے زندگی کا جل ہے یہ ٠
یہ نفرتیں یہ جھوٹ سب عروج پر چڑھے ہوئے ٠
دکھا دو ان کو راستہ کہ وقتِ بے بدل ہے یہ ٠
 ہریش چندر ہے کوئی نہ دودھ کا دُھلا کوئی ٠
اُگانے اپنا فائدہ چناؤ کی فصل ہے یہ ٠
یہ دل بدل نہیں فقط بہت بڑا حساب ہے ٠
کبھی کبھار کا تھا جو اب عام دل بدل ہے یہ ٠
اتیت میں سب اپنے اپنے کھو گئے بُری طرح ٠
فساد کی یہی ہے جڑ فساد بیتا کل ہے یہ ٠
جسے پَوترا سب سمجھتے آئے تھے ابھی تلک ٠
سَنا ہوا سا گندگی میں کونسا کمل ہے یہ ٠
ترنگا اپنی شان ہے مگر کریں تو کیا کریں ٠
 کہ ایک رنگ چمک رہا ہے اور ایک ڈل ہے یہ ٠
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: चुनाव की फ़सल ::
चुनाव की हवा चली है गर्म वायु जल है ये.
रबी ख़रीफ़ छोड़ये तीसरी फ़सल है ये.
कोई मिला रहा है विष कोई शहद मिला रहा.
जमहूर ए हिन्द के लिए ज़िंदगी का जल है ये.
ये नफ़रतें ये झूठ सब ऊरूज पर चढ़े हुए.
दिखा दो इन को रास्ता कि वक़्त ए बे बदल है ये.
हरीश चन्द्र है कोई न दूध का धुला कोई .
उगाने अपना फ़ाएदा चुनाव की फ़सल है ये.
ये दल बदल नहीं फ़क़त बहुत बड़ा हिसाब है.
कभी कभार का था जो अब आम दल बदल है ये.
अतीत में सब अपने अपने खो गए बुरी तरह.
फ़साद की यही है जड़ फ़साद बीता कल है ये.
जिसे पवित्र सब समझते आए थे अभी तलक.
सना हुआ सा गन्दगी में ये कौन सा कमल है ये.
तिरंगा अपनी शान है मगर करें तो क्या करें.
कि एक रंग चमक रहा है और एक डल (dull) है ये.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Chunao Ki Fasal ::
Chunao ki hawa chali hai, garm wayu jal hai ye.
Rabi kharif chodiye teesri fasal hai ye.
Koi mila raha hai vish koi shahad mila raha.
Jamhoor e Hind ke liye zindagi ka jal hai ye.
Ye nafrateN ye jhoot sab uruj par chad'he hue.
Dikha do sab ko rasta ke waqt e be b'dal hai ye.
Harish Chandra hai koi na dudh ka dhula koi.
Ugaane apna fayeda chunao ki fasal hai ye.
Ye dal b'dal nahiN faqat bahaut bada hisaab hai.
Kabhi kabhaar ka tha jo ab aam dal b'dal hai ye.
Ateet meiN sab apne apne kho gaye buri tarah.
Fasaad ki yehi hai jad Fasaad beeta kal hai ye.
Jise pawitra sab samajhte aaye the abhi talak.
Sana hua sa gandagi meiN kaun sa kamal hai ye.
Tiranga apni shaan hai magar kareN to kya kareN.
Ke ek raNg chamak raha hai aur ek dull hai ye.
Kalaam : Masood Baig Tishna


Monday, November 12, 2018

Chunavi Dohe चुनावी दोहे چُناوی دوہے

:: चुनावी दोहे ::
सीना ताने चढ़ गए छप्पन इंची यार.
कश्ती देख चुनाव की लागे किस की पार.
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हल्दी चूना झूठ का, लेप सभो तैयार.
जनता क्या इस बार भी है ठगनो तैयार.
.......
सोची समझी बात है, सोचा समझा विचार.
राम लला की आड़ में किस का है उद्धार.
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राहुल भी चंदन घिसे, माथा करे शृंगार.
हिंदू तत्व की होड़ में चित मोदी सरकार.
.......
राफ़ेल सौदा पास है या ये फ़ेल सरकार.
कहीं ना जनता तय करे ऐसा अब की बार.
......
अच्छा सच्चा आदमी काहे आगे आए.
गंदी नाली का जना जब नेता कहलाए.
.......
पैसा पानी की तरह जो बेकार बहाए.
वोट छापने जनता का वह ही ज़ोर दिखाए.
.......
टेढ़ी जिस की चाल वह न उल्लू कहलाए.
सीधी जिस की चाल हो वह पप्पू कहलाए.
........
हिटलर शाह और ताना शाह सरकार वही कहलाए.
बैंक, अदालत, सी बी आई पे जो क़ब्ज़ा पाए.
......
जब तक बर्बस देखिये चुनाव नतीजा आए.
जादू भरी मशीन ये चाहे जिसे जिताए.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
नोट : यह चुनावी मनोरंजन है इसे अन्यथा न लें.
:: چناوی دوہے ::
سینہ تانے چڑھ گئے چھپپن انچی یار
کشتی دیکھ چناؤ کی لاگے کس کی پار
......
ہلدی چونا جھوٹ کا ،لیپ سبھو تیار
جنتا کیا اس بار بھی ہے ٹھگنو تیار
........
سوچی سمجھی بات ہے سوچا سمجھا وچار
رام للا کی آڑ میں کس کا ہے اُددھار
.....
راہل بھی چندن گھسے، ماتھا کرے سنگھار
ہندو تتو کی آڑ میں چت مودی سرکار
.........
رافیل سودا پاس ہے یا یہ فیل سرکار
کہیں نہ جنتا طے کرے ایسا اب کی بار
........
اچھا سچا آدمی کاہے آگے آئے
گندی نالی کا جنا جب نیتا کہلائے
........
پیسہ پانی کی طرح جو بیکار بہائے
ووٹ چھاپنے جنتا کا وہ ہی زور دکھائے
...........
ٹیڑھی جس کی چال وہ نہ اُلّو کہلائے
سیدھی جس کی چال ہو وہ پپو کہلائے
........
ہٹلر شاہ اور تانا شاہ سرکار وہی کہلائے
بینک ، عدالت، سی بی آئی پہ جو قبضہ پائے
........
جب تک بربس دیکھیے چناؤ نتیجہ آئے
جادو بھری مشین یہ چاہے جسے جتائے
کلام : مسعود بیگ تشنہ
نوٹ : یہ چُناوی منورنجن ہے. اسے کسی اور طرح نہ لیں.
:: Chunavi Dohe ::
Seena taane chadh gaye chappan inchi yaar.
Kashti dekh chunav ki laage kis ki paar.
......
Haldi choona jhoot ka, lep sabho taiyaar.
Janta kya is baar bhi hai thagno taiyaar.
......
Sochi samjhi baat hai socha samjha vichaar.
Ram Lala ki aad meiN kis ka hai ud'dhaar.
........
Rahul bhi chandan ghise, maatha kare shringhar.
Hindu tatva ki hod meiN chit Modi sarkar.
.........
Rafael sauda pass hai ya ye fail sarkar.
KahiN na janta tai kare aisa ab ki baar.
.......
Achchha sachcha aadmi kaahe na aage aaye.
Gandi naali ka jana jab neta kahlaaye.
...........
 Paisa pani ki tarah jo bekaar bahaaye.
Vote chhapne janta ka wo hi zor lagaaye.
.......
Ted'hi jis ki chaal wo na ullu kahlaaye.
Seedhi jis ki chaal wo hi Pappu kahlaaye.
........
 Hitler Shah aur Tana Shah sarkar wohi kahlaaye.
Bank, adalat, CBI par jo qabza paaye.
.........
Jab tak barbas dekhiye chunav natija aaye.
Jadoo bhari machine ye chaahe jise jitaaye.
Kalaam : Masood Baig Tishna
Note : Ye chunavi manoranjan hai ise kisi aur tarha na leN.




Friday, November 9, 2018

Shaitani Manzar शैतानी मंज़र شیطانی منظر

:: شیطانی منظر ::
دیکھنا یہ شیطانی منظر بدلینگے.
اک دن یہ بھی ٹانگ اٹھا کر چل دینگے.
شہر کا نام بدلنے سے بد دل ہوکر.
 لوگ دکھائینگے شیطانوں کو ٹھینگے.
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: शैतानी मंज़र ::
देखना ये शैतानी मंज़र बदलेंगे.
एक दिन ये भी टाँग उठा कर चल देंगे.
शह्र का नाम बदलने से बद दिल हो कर.
लोग दिखाएंगे शैतानों को ठेंगे.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Shaitani Manzar ::
Dekhna ye shaitani manzar badleNge.
Ek din ye bhi taaNg utha kar chaldeNge.
Shehr ka naam badalne se bad dil ho kar.
Log dikhayeNge shaitanoN ko theNge.
Kalaam : Masood Baig Tishna 

Thursday, November 8, 2018

Note Bandi नोट बंदी نوٹ بندی

:: نوٹ بندی ::
 نوٹ بندی کی چوٹ ہے بھاری.
زخم اب بھی ہرا ہے سرکاری.
دھندے چوپٹ تو روزگار نہیں.
دو برس کی ہوئی یہ بیماری.
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: नोट बंदी ::
नोट बंदी की चोट है भारी.
ज़ख़्म अब भी हरा है सरकारी.
धंधे चौपट तो रोज़गार नहीं.
दो बरस की हुई ये बीमारी.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Note Bandi ::
Note bandi ki chot hai bhaari.
Zakhm ab bhi hara hai sarkari.
Dhande chaupat to rozgar nahiN.
Do baras ki hui ye bimaari.
Kalaam : Masood Baig Tishna

Wednesday, November 7, 2018

Ghotala Sarkar घोटाला सरकार گھوٹالہ سرکار

:: گھوٹالہ سرکار ::
چوروں کی سرکار، گھٹالوں کی سرکار.
جھوٹوں کی سرکار ،حوالوں کی سرکار.
جانے بھی دو ایسے چوکیداروں کو.
آنے دو اچھّے رکھوالوں کی سرکار.
کلام :مسعود بیگ تشنہ
:: घोटाला सरकार ::
चोरों की सरकार, घोटालों की सरकार.
झूटों की सरकार, हवालों की सरकार.
जाने भी दो ऐसे चौकीदारों को.
आने दो अच्छे रखवालों की सरकार.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Ghotala Sarkar ::
ChoroN ki sarkar, ghotaloN ki sarkar.
JhootoN ki sarkar, hawaloN ki sarkar.
Jaane bhi do aise chaukidaroN ko.
Aane do achhe rakhwaloN ki sarkar.
Kalaam : Masood Baig Tishna 

RBI आर बी आई آر بی آئی

:: آر بی آئی ::
آر بی آئی کو ڈھنے کی تیاری اب.
آر بی آئی پہ سرکاری بمباری اب.
آر ایس ایس کی سوچ سے کب تک چلتا ہے.
دیکھینگے کیا دیش کی ہے دم داری اب.
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: आर बी आई ::
आर बी आई को ढहने की तैयारी अब.
आर बी आई पे सरकारी बमबारी अब.
आर एस एस की सोच से कब तक चलता है.
देखेंगे क्या देश की है दमदारी अब.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: RBI ::
RBI ko dhahne ki tayyari ab.
RBI pe sarkari bambari ab.
RSS ki soch se kab tak chalta hai.
DekheNge kya desh ki hai damdari ab.
Kalaam : Masood Baig Tishna

OCHHE LOG ओछे लोग اوچھے لوگ

:: اوچھے لوگ ::
جس کی جیسی سوچ ہے ویسا اسکا کام.
 جسکا جیسا ظرف ہے ویسا اسکا نام.
اونچا آسن بیٹھ گئے "تشنہ" اوچھے لوگ.
 باطن جگ ظاہر ہوا چہرہ طشت از بام.
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: ओछे लोग ::
जिसकी जैसी सोच है वैसा उसका काम.
जिसका जैसा ज़र्फ़ है वैसा उसका नाम.
ऊंचा आसन बैठ गए "तिश्ना" ओछे लोग.
बातिन जग ज़ाहिर हुआ चेहरा 'तश्त अज़ बाम '.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Ochhe Log ::
Jiski jaisi soch hai waisa uska kaam.
Jiska jaisa zarf hai uska waisa naam.
OoNcha aasan baith gaye "Tishna" Ochhe log.
Baatin jag zaahir hua, chehra 'tasht az baam'.
Kalaam : Masood Baig Tishna




Friday, November 2, 2018

Jhoote Qisse झूटे क़िस्से جھوٹے قصصے

 :: جھوٹے قصصے ::
رنگتے ہیں تاریخ کے پننے کچ کچ کر.
نام بدلتے جھوٹے قصصے رچ رچ کر .
ذکرِ حقوقِ انسانی چھوڑو تشنہ.
کرتے ذکرِ اقلیتی بچ بچ کر.
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: झूटे क़िस्से ::
रंगते हैं तारीख़ के पन्ने कच कच कर.
नाम बदलते झूटे क़िस्से रच रच कर.
ज़िक्र ए हुक़ुक़े इंसानी छोड़ो तिश्ना.
करते ज़िक्र ए अक़्लियती बच बच कर.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Jhoote qisse ::
RaNgte haiN tareekh ke panne kach kach kar.
Naam badalte jhoote qisse rach rach kar.
Zikr e huquq e insani chhodo "Tishna ".
Karte zikr e aqliyati bach bach kar.
Kalaam : Masood Baig Tishna 

Thursday, November 1, 2018

Statue of Unity Ekta Ka But एकता का बुत ایکتا کا بت

 :: ایکتا کا بت ::
مرد آہن کا بنایا آہنی بت، سو گئے.
اس گگن چمبی بت آہن میں چھپ کر کھو گئے.
ٹکڑے ٹکڑے ملک کو جس نے ملایا ہند میں.
ایکتا کے بت پہ اس کے نفرتوں کو بو گئے.
کلام : مسعود بیگ
:: एकता का बुत ::
मर्द ए आहन का बनाया आहनी बुत, सो गए.
इस गगन चुंबी बुत ए काहन में छुप कर खो गए.
टुकड़े टुकड़े मुल्क को जिसने मिलाया हिन्द में.
एकता के बुत पे उसके नफ़रतों को बो गए.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Statue of Unity Ekta Ka But ::
Mard e aahan ka banaya aahani but, so gaye.
Is gagan chumbi but e aahan meiN chhup kar kho gaye.
Tukde tukde mulk ko jisne milaya hind meiN.
Ekta ke but pe uske nafratoN ko bo gaye.
Kalaam : Masood Baig Tishna