Thursday, September 6, 2018

Aadat e qaum e Lut عادت قوم لوط आदत ए क़ौम ए लूत

:: عادت قوم لوط ::
   . زد میں تہذیب اختلاط ہے آج
 .غیر فطری عمل کی ہے ترغیب
."عادت قوم لوط بھی "تشنہ
. قوم کا بنتی جا رہی ہے نصیب
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: आदत ए क़ौम ए लूत ::
ज़द में तेहज़ीब ए इख्तिलात है आज.
ग़ैर फ़ित्री अमल की है तर्ग़ीब.
आदत ए क़ौम ए लूत भी " तिश्ना ".
क़ौम का बनती जा रही है नसीब.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Aadat e qaum e Lut ::
Zad meiN tehzeeb e ikhtelaat hai aaj.
Ghair fitri amal ki hai targheeb.
Aadat e qaum Lut bhi "Tishna".
Qaum ka banti ja rahi hai naseeb.
Kalaam : Masood Baig Tishna

Wednesday, September 5, 2018

USTAD استاد उस्ताद

:: استاد ::
. استاد بلند کرتا ہے شاگرد کے آفاق
. شاگرد کرے یاد جو استاد کے اسباق
. گم گشتہ خزانوں سے اُٹھاتے ہیں وہی فیض
. روحانی تعلق کے پلٹتے ہیں جو اوراق
کلام : مسعود بیگ تشنہ
:: उस्ताद ::
उस्ताद बुलंद करता है शागिर्द के आफ़ाक़.
शागिर्द करे याद जो उस्ताद के अस्बाक़.
गुम गश्ता  ख़ज़ानों से उठाते हैं वही फ़ैज़.
रूहानी ताल्लुक़ के पलटते हैं जो औराक़.
कलाम : मसूद बेग तिश्ना
:: Ustad ::
Ustad buland karta hai shagird ke aafaaq.
Shagird kare yaad jo ustad ke asbaaq.
Gumgashta khazanoN se uthaa'te haiN wohi faiz .
Roohani t'alluq ke palat'te haiN jo auraaq .
Kalaam : Masood Baig Tishna