नया साल मुबारक
नया साल आए तो यूं साल आए
मिले दिल से दिल ,ज़िन्दगी मुस्कुराए
जवानी न भटके ,न भटके जवानी
न इस्मत दरी हो ,न हो छेड़ खानी
न डाका ज़नी हो न चोरी -चुकारी
रहे रात -दिन चौकसी ,गश्त भारी
न फ़िरका परस्ती ,न बे खौफ दंगे
न पोलिस मुलव्वस ,न गुंडे ,लफ़ंगे
ये दो हाथ जिन को मिले काम अच्छा
ये दो पैर चलते रहें गाम अच्छा
न इतनी ग़रीबी कि हो भूक बाहर
न इतनी ग़रीबी कि बे हाल -ओ -बे घर
हो मासूम बच्चों का बचपन सुहाना
फ़क़त घर से स्कूल ही आना जाना
बुढ़ापे में अपनों का होंवे सहारा
बुढ़ापे को मिल जाए अच्छा किनारा
हो माहौल अच्छा ,सेहत अच्छी ख़ासी
न कोई तमाशा ,न कोई उदासी
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